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4 Jun 2020 · 1 min read

बादलों से घिरता और टकराता हुआ…

बादलों से घिरता और टकराता हुआ,
बहुत दूर तक पहुँचा फड़फड़ाता हुआ ।।

किसी ज़ख़्म से कहाँ डरता मैं यारो,
डरा तो बस अपनों से दूर जाता हुआ ।।

✍️ #हनीफ़_शिकोहाबादी

Twitter ?@ Er_Wr_Haneef

Other ?@ haneefshikohabadi

Contact ? @ 9759212850

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