बात बहुत है।
कहनें को तो यार बहुत है
करू किस से बात
करने को बात बहुत है
सुनते तो है सभी पर
समझें जो हालात
वो जज्बात बहुत है
मिरे दर्द की दवा नहीं कोई
छिडकें जो नमक हर घाव पर
वो यार बहुत है।
मैं ही निभाता रित यारी की
तन्हाई में खींचनें को हाथ बहुत है
कहनें को तो यार बहुत है
करु किस से बात
करने को बात बहुत है ।
सोनु सुगंध