Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Apr 2023 · 1 min read

बात न बनती युद्ध से, होता बस संहार।

बात न बनती युद्ध से, होता बस संहार।
त्राहित्राहि जनता करे, हर सूं हाहाकार।।

दुनिया एक कुटुंब है, रहें सभी मिल साथ।
स्वार्थ पूर्ण इस जंग से, आएगा क्या हाथ ?।।

© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद

Language: Hindi
1 Like · 503 Views
Books from डॉ.सीमा अग्रवाल
View all

You may also like these posts

3) बारिश और दास्ताँ
3) बारिश और दास्ताँ
नेहा शर्मा 'नेह'
जी हां मजदूर हूं
जी हां मजदूर हूं
Anamika Tiwari 'annpurna '
"जुबांँ की बातें "
Yogendra Chaturwedi
आज यादों की अलमारी खोली
आज यादों की अलमारी खोली
Rituraj shivem verma
होरी के हुरियारे
होरी के हुरियारे
Bodhisatva kastooriya
सच्चा सौंदर्य
सच्चा सौंदर्य
Rambali Mishra
आईने में अगर
आईने में अगर
Dr fauzia Naseem shad
मेरी कलम से ✍️ अटूट सत्य : आत्मा की व्यथा
मेरी कलम से ✍️ अटूट सत्य : आत्मा की व्यथा
Sumita Mundhra
गांव की झोपड़ी
गांव की झोपड़ी
Vivek saswat Shukla
बह्र 2212 122 मुसतफ़इलुन फ़ऊलुन काफ़िया -आ रदीफ़ -रहा है
बह्र 2212 122 मुसतफ़इलुन फ़ऊलुन काफ़िया -आ रदीफ़ -रहा है
Neelam Sharma
3508.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3508.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
हँसते हैं, पर दिखाते नहीं हम,
हँसते हैं, पर दिखाते नहीं हम,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सुबह सुहानी आ रही, खूब खिलेंगे फूल।
सुबह सुहानी आ रही, खूब खिलेंगे फूल।
surenderpal vaidya
कोई गीता समझता है कोई कुरान पढ़ता है ।
कोई गीता समझता है कोई कुरान पढ़ता है ।
Dr. Man Mohan Krishna
मौसम कुदरत में पतझड़ का सच बताता हैं।
मौसम कुदरत में पतझड़ का सच बताता हैं।
Neeraj Agarwal
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आप करते तो नखरे बहुत हैं
आप करते तो नखरे बहुत हैं
Dr Archana Gupta
कुछ खास दिलों को
कुछ खास दिलों को
shabina. Naaz
😢                         😢
😢 😢
*प्रणय*
थियोसॉफिकल सोसायटी की एक अत्यंत सुंदर *यूनिवर्सल प्रेयर* है जो उसके सभी कार्यक्र
थियोसॉफिकल सोसायटी की एक अत्यंत सुंदर *यूनिवर्सल प्रेयर* है जो उसके सभी कार्यक्र
Ravi Prakash
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी कई मायनों में खास होती है।
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी कई मायनों में खास होती है।
Shashi kala vyas
दिल की बात बताऊँ कैसे
दिल की बात बताऊँ कैसे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मर्यादा पुरुषोत्तम राम
मर्यादा पुरुषोत्तम राम
Dr.sima
कैसे तुमने यह सोच लिया
कैसे तुमने यह सोच लिया
gurudeenverma198
अकेलापन
अकेलापन
भरत कुमार सोलंकी
चुनावी घनाक्षरी
चुनावी घनाक्षरी
Suryakant Dwivedi
माथे की बिंदिया
माथे की बिंदिया
Pankaj Bindas
|| सेक्युलर ||
|| सेक्युलर ||
जय लगन कुमार हैप्पी
कुण्डलिया
कुण्डलिया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
Loading...