बातों में मिठास
बातों में मिठास चेहरे से नूर झलकता है
देख सादगी तेरी सबका दिल मचलता है।
तेरी आंखों से कैसे शुरू कोई फ़साना ना हो।
तुझे देख के कैसे ये दिल दीवाना ना हो ।
– ललित
बातों में मिठास चेहरे से नूर झलकता है
देख सादगी तेरी सबका दिल मचलता है।
तेरी आंखों से कैसे शुरू कोई फ़साना ना हो।
तुझे देख के कैसे ये दिल दीवाना ना हो ।
– ललित