Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jul 2021 · 1 min read

बातन में बाद बदोरौ

बातन में बाद बदोरौ भयौ, साजन नें जमकें हम कूटे।
हाड़ हड़ेली तोरि दई सब, कर गुमान ऊपर तें रूठे।
कहा कहूँ कछु कहत न आबै, भाग हमारे गये सखि फूटे।
समरथ कौं नहि दोष कछू, बागन के फल हमरे फिर लूटे।

मार कूट कें क्रोध घट्यौ, साजन मन में अति सकुचायौ।
बारिहं बार सजल भईं अँखियाँ, प्रेम सौं मोकौ कंठ लगायौ।
दूखते अंगन कूँ सेक दयौ, अपने ही हाथन फिर लेप लगायौ।
भये दुखी अति कें सजना, हर्द मिल्यौ मोहि दूध पिलायौ।

जयन्ती प्रसाद शर्मा ‘दादू,।

Language: Hindi
343 Views

You may also like these posts

पापा
पापा
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
अन्तर्मन को झांकती ये निगाहें
अन्तर्मन को झांकती ये निगाहें
Pramila sultan
आज ख़ुद के लिए मैं ख़ुद से कुछ कहूं,
आज ख़ुद के लिए मैं ख़ुद से कुछ कहूं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
घर और घर की याद
घर और घर की याद
डॉ० रोहित कौशिक
सब जो भी बोलते हैं, उन्हें बोलने दो,
सब जो भी बोलते हैं, उन्हें बोलने दो,
Shikha Mishra
बेटी
बेटी
नूरफातिमा खातून नूरी
मुक्तक 1
मुक्तक 1
SURYA PRAKASH SHARMA
राह का पथिक
राह का पथिक
RAMESH Kumar
जीवन निर्झरणी
जीवन निर्झरणी
Jai Prakash Srivastav
आधुनिक युग और नशा
आधुनिक युग और नशा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
3305.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3305.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
वेलेंटाइन डे एक व्यवसाय है जिस दिन होटल और बॉटल( शराब) नशा औ
वेलेंटाइन डे एक व्यवसाय है जिस दिन होटल और बॉटल( शराब) नशा औ
Rj Anand Prajapati
खुली किताब सी लगती हो
खुली किताब सी लगती हो
Jitendra Chhonkar
बेसुरी खाँसी ....
बेसुरी खाँसी ....
sushil sarna
ये लम्हा लम्हा तेरा इंतज़ार सताता है ।
ये लम्हा लम्हा तेरा इंतज़ार सताता है ।
Phool gufran
मेले
मेले
Punam Pande
पागल।। गीत
पागल।। गीत
Shiva Awasthi
*Rising Waves*
*Rising Waves*
Veneeta Narula
"सदियों का सन्ताप"
Dr. Kishan tandon kranti
हिन्दी दोहे :- सत्य की खोज
हिन्दी दोहे :- सत्य की खोज
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"" *आओ करें कृष्ण चेतना का विकास* ""
सुनीलानंद महंत
ऐ जिन्दगी
ऐ जिन्दगी
Surinder blackpen
#लघुकथा
#लघुकथा
*प्रणय*
कोई पूछे मुझसे
कोई पूछे मुझसे
Swami Ganganiya
SP52 जो ब्रह्म कमंडल से
SP52 जो ब्रह्म कमंडल से
Manoj Shrivastava
आ गए चुनाव
आ गए चुनाव
Sandeep Pande
वार्तालाप
वार्तालाप
Pratibha Pandey
सरहदों को तोड़कर उस पार देखो।
सरहदों को तोड़कर उस पार देखो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
झलक को दिखाकर सतना नहीं ।
झलक को दिखाकर सतना नहीं ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
गीत
गीत "आती है अब उनको बदबू, माॅ बाबा के कमरे से"
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
Loading...