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21 Apr 2024 · 1 min read

बाखुदा ये जो अदाकारी है

बाखुदा ये जो अदाकारी है
सौ तजुर्बों पे एक भारी है
मेरे हिस्से में फूल थे ही कब
मेरी काँटों से साझेदारी है

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