बाई कल में स्कूल नई जाऊं
तर्ज – अर्रा मेरी जान है राधा
परों के रय ते सर जी ,चले ना तोरी मर जी
खूब सुटे गो कल की डेट में………….
आठ पाठ के कल हम पूछे तोसे चार सबाल
बने नहीं तो कल हम बड्डे बहुत करे बवाल
लगे दरवाजे की कुण्डी घूमे बी तेरी मुंडी
चिमटी भी लें बी तेरे पेट में………….
दद्दा से कइए तू चाहे बाई से कइए
चाय साथ में अपनी तू मताई को लइए
परों के रय ते सर जी ,चले ना तोरी मर जी
खूब सुटे गो कल की डेट में………….