बहू कैसी चाहिए?
ना हो काबिल, ना ही पढ़ी-लिखी चाहिए ।
बहू नहीं इनको तो, कठपुतली चाहिए।।
गर लड़के की हो कोई, सरकारी नौकरी।
तो समझो कि इनकी , जैसे लग गई लॉटरी,
गर हो प्राइवेट में कोई ,छोटा-सा दफ्तर,
लम्बी बातों से, उसे बना देंगे कलेक्टर।।
कद लड़की की इनको, छोटी ही चाहिए ।
बहू नहीं इनको तो, कठपुतली चाहिए।।
बेटे के गुणों की ,इनको करना बखान।
जान कर भी बनेंगे ,एकदम अनजान।
प्रेम से कहेंगे ..” है मेरा बेटा नादान,
न करता नशा ,ना खाता गुटखा न पान”।।
जुबान लड़की की इनको; लंबी नहीं चाहिए ।
बहू नहीं इनको तो, कठपुतली चाहिए।।
शादी के बाद जब, खुलती है पोल,
सासू माँ के सुनो, फिर कैसे हैं बोल,
“बहू यह है तेरे, सब कर्मों का दोष
मेरा लाडला तो है, एकदम निर्दोष”!!
चुप रहकर सब सहे, ऐसी गाय इन्हें चाहिए ।
बहू नहीं इनको , तो कठपुतली चाहिए।।