बहुत ही हसीन तू है खूबसूरत
बहुत ही हसीन तू है खूबसूरत।
तुमसे है मुझको सच्ची मोहब्बत।।
एक पल जुदा तुमसे रहता नहीं हूँ।
तुम्हें मानता हूँ मोहब्बत की मूरत।।
बहुत ही हसीन तू ——————-।।
हंसाती हो मुझको, मुझसे लिपटकर।
हंसती है कलियाँ भी, तुमसे मिलकर।।
सुनाते हैं नग़में, बहारों के झौंकें।
पाकर तुम्हें मेरी चमकी है किस्मत।।
बहुत ही हसीन तू ——————-।।
तुम्हारी अदाओं पे, कुर्बान मैं हूँ ।
तुम्हारी आँखों का, संसार मैं हूँ ।।
रखती हो मुझको, जुल्फों में छुपाकर।
तुमसे नहीं, मुझको कोई शिकायत।।
बहुत ही हसीन तू ——————-।।
बहुत की है हमने, सँग सँग दुहायें।
उम्रभर निभाने को, अपनी वफायें।।
खुशी ख्वाब है तू , मेरी जिंदगी की।
देता हूँ तुमको, बहुत मैं इज्जत।।
बहुत ही हसीन तू ——————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)