बहुत दूर जा चुके बिछड़कर, कभी नहीं फिर आने को।
बहुत दूर जा चुके बिछड़कर, कभी नहीं फिर आने को।
अब तक इच्छा मरी नहीं है, आओ मुझे सताने को।।
अंजाना बनकर ही मिल लो, दिल को सुकून आ जाये।
आओ प्रेम बटोही दिल में, बुझी आग सुलगाने को।।
— ननकी 24/10/2024