Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Dec 2019 · 1 min read

दीनानाथ

विधा-बरवै छन्द
******************
बहुत दीन अनाथ हूँ, दीनानाथ।
सिर पर अब रख दो प्रभु ,अपना हाथ।।

दुनिया रंग बिरंगी,मिले न मीत।
पैसे के सब संगी,जग का रीत।।

आज शरण में आई, लेकर आस।
तेरे दर्शन की है,मन में प्यास।।

कष्ट सभी हर लेते, प्रभु जी आप।
हरो आज मेरा भी ,उर संताप।।

जो भी तेरा नित दिन, करता जाप।
तन-मन निर्मल होता, मिटता पाप।।

निर्धन, निर्बल हम हैं, भक्त अज्ञान।
तेरे दर पर आये, रखना मान।।

महिमा सुनकर आया, तेरे द्वार।
अब तो दाता सुन लो, दीन पुकार।।

मेरी झोली भर दो,अब सरकार।
कर जोड़ करूँ विनती ,बारंबार।।

पूजन, वंदना करो, प्रभु स्वीकार।
हृदय लगा लो हमको, कर उपकार।।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

505 Views
Books from लक्ष्मी सिंह
View all

You may also like these posts

दिल में तेरी तस्वीर को सजा रखा है -
दिल में तेरी तस्वीर को सजा रखा है -
bharat gehlot
जलियांवाला बाग काण्ड शहीदों को श्रद्धांजलि
जलियांवाला बाग काण्ड शहीदों को श्रद्धांजलि
Mohan Pandey
हमने कब कहा था , इंतजार नहीं करेंगे हम.....।।
हमने कब कहा था , इंतजार नहीं करेंगे हम.....।।
Buddha Prakash
है परीक्षा की घड़ी
है परीक्षा की घड़ी
Sanjay Narayan
मुक्तक
मुक्तक
कृष्णकांत गुर्जर
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
#हमें मजबूर किया
#हमें मजबूर किया
Radheshyam Khatik
खालीपन
खालीपन
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
Subject-I don't believe in God.
Subject-I don't believe in God.
Priya princess panwar
जी भी लिया करो
जी भी लिया करो
Dr fauzia Naseem shad
मायके से लौटा मन
मायके से लौटा मन
Shweta Soni
हारो बेशक कई बार,हार के आगे झुको नहीं।
हारो बेशक कई बार,हार के आगे झुको नहीं।
Neelam Sharma
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जिंदगी ना जाने कितने
जिंदगी ना जाने कितने
Ragini Kumari
इंसान एक खिलौने से ज्यादा कुछ भी नहीं,
इंसान एक खिलौने से ज्यादा कुछ भी नहीं,
शेखर सिंह
हिन्दुस्तान जहाँ से अच्छा है
हिन्दुस्तान जहाँ से अच्छा है
Dinesh Kumar Gangwar
उम्मीदें कातिलाना होती हैं
उम्मीदें कातिलाना होती हैं
Chitra Bisht
दूर न जा नजरों से
दूर न जा नजरों से
Jyoti Roshni
छठी पर्व
छठी पर्व
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
मेरे बुरे होने में एक बात यह भी है कि।
मेरे बुरे होने में एक बात यह भी है कि।
Ashwini sharma
नजरें नीची लाज की,
नजरें नीची लाज की,
sushil sarna
चाहिए
चाहिए
Punam Pande
भी जीत का हकदार हैं.
भी जीत का हकदार हैं.
पूर्वार्थ
सदा बढ़ता है,वह 'नायक' अमल बन ताज ठुकराता।
सदा बढ़ता है,वह 'नायक' अमल बन ताज ठुकराता।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
#धोती (मैथिली हाइकु)
#धोती (मैथिली हाइकु)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
डमरू घनाक्षरी
डमरू घनाक्षरी
seema sharma
3643.💐 *पूर्णिका* 💐
3643.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"मधुर स्मृतियों में"
Dr. Kishan tandon kranti
मुंशी प्रेमचंद जी.....(को उनके जन्मदिन पर कोटि कोटि नमन)
मुंशी प्रेमचंद जी.....(को उनके जन्मदिन पर कोटि कोटि नमन)
Harminder Kaur
धर्म भी अजूबा है।
धर्म भी अजूबा है।
Acharya Rama Nand Mandal
Loading...