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13 Jul 2024 · 1 min read

बहुत कहानी तुमने बोई

बहुत कहानी तुमने बोई
तुमने ढोई, हमने रोई
इतिहासों के शिलालेख पर
पलकें झपकीं, आँखें धोई।।
करते क्यों हो अब कोलाहल
थकी थकी जब आँखें सोई।।
सूर्यकांत

1 Like · 110 Views
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