बहुतों ने बहुतों से मोहब्बत किया, उस मोहब्बत में बहुतों ने ब
बहुतों ने बहुतों से मोहब्बत किया, उस मोहब्बत में बहुतों ने बहुत कुछ गवा दिया।
हम तो राष्ट्र से प्रेम किया, राष्ट्र के लिए जी रहे हैं और जो भी कुछ गवा रहे हैं वो राष्ट्र के लिए गवा रहे हैं।
@जय लगन कुमार हैप्पी
बेतिया, बिहार