बहिष्कार चीन का
चीन नाम का देश है ऐसा, जिस पर सब ने किया भरोसा।
लेकिन चीन ने पूरे विश्व को, थाली में रख कोरोना परोसा।।
सब ने ही विश्वास किया था, सब ने उसे व्यापार दिया था।
चीन ने उस विश्वास को तोड़ा,और सभी को दे दिया धोका।।
लाशों का सौदागर बनकर, अब यह चीन कहाँ जायेगा।
दुनिया को जो दिया चीन ने, वापस सूद सहित पायेगा।।
बिना हिंसा के भारत चीन की,कमर तोड़ कर दिखलायेगा।
देश का एक एक बच्चा आज से चीनी माल ना घर लायेगा।।
मोदी जी से यही गुजारिश, पूरे विश्व में बजा दो डंका।
चीन से कुछ भी नहीं लेना है, इस में नहीं अब कोई भी शंका।।
विजय बिजनौरी