बस तुम हार मत जाना
बस तुम हार मत जाना
ज़िंदगी में चाहे कोई कितना भी रोके
तुमको चाहे कोई कितना भी टोके
पर तुम कभी रुक मत जाना
बस तुम हार मत जाना
तुम वो वीर हो जो हर मुश्किल से लड़ता है
गिर के उठना उठ के गिरना तुम्हें ना अखरता है
रणभूमि में सदा जीत कर आना
बस तुम कभी हार मत जाना
तुम नाविक बन हर लहरों से लड़ो
मत डर तूफ़ानो से अपनी नय्या पार करो
ज्वार भाटा मन में भर कुशल हो जाना
बस तुम कभी हार मत जाना