“बस एक पल”—-$
हमारे नाम भी कोई पल कर दो,
भीड़ में दुनियाँ की अकेले हैं हम।
बाहों में आपकी निकले ये दम,
आज नहीं तो कल कर दो।
हमारे नाम भी कोई पल कर दो(१)
रिश्ता बनाया था आपसे जो अजब,
कैसा है ? खामोशियों का ये सबब।
कुछ तो ऐसा ग़जब कर दो।
हमारे नाम भी कोई पल कर दो(२)
लेकर नाम चलते हैं आज भी तुम्हारा।
सिवा नहीं कोई अब आपके हमारा,
बस इतना सा हम पर रहम कर दो।
हमारे नाम भी कोई पल कर दो(३)
नींद तुम्हारी हो पर ख़्वाब हमारा हो।
तन्हाई के आलम में बस साथ तुम्हारा हो,
दिल में ‘सत्या’ के भी हलचल कर दो।
हमारे नाम भी कोई पल कर दो(४)
Satya Shastri.
९९९६२५५७७५..