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22 Jan 2018 · 1 min read

बसन्‍त आने से

ये सर्दी भी गुलाबी हो गई बसन्त आने से
गर्मी भी अंगडाई ले रही सुप्त अवस्था से

पीत रंग धरा धरा ने तेरे बसन्त आने से
राजा रंक पुल्लकित हुए मौसम सुहाने से

अमृत रस घोल रही ये कोयलिया गाने से
नार शारदा बिम्ब बन रही बसन्त आने से

भंवरा गुंज, तितलियां कर रही अठखेलियां
बगियों में कलियों व फूलों के मुस्कराने से

लक्ष्मण सिंह
जयपुर

Language: Hindi
437 Views
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