बसंत
उमंग लेकर आता है बसंत
ऋतुराज कहलाता है बसंत
सरसो के फूल पीले-पीले
अलसी के फूल नीले- नीले
बकला के फूल सफेद काले
अरहर मटर लगते मतवाले
सेमल फूल खिलाता है बसंत
ऋतुराज कहलाता है बसंत
आम, लीची ,कटहल ,चिकू
बौरों से लद गए बेल, निंबू
चिड़िया होने लगीं मतवाली
चमकते नये पत्तों की लाली
त्योहार संग लाता है बसंत
ऋतुराज कहलाता है बसंत
मौसम सुहावना हो जाता है
बच्चा आलस से सो जाता है
अचार,पापड़,दाल बड़ी,चिप्स
बतातीं माताएं ये सारी टिप्स
बोर्ड परीक्षा लाता है बसंत
ऋतुराज कहलाता है बसंत
नूर फातिमा खातून “नूरी”
जिला कुशीनगर
उत्तर प्रदेश
मौलिक स्वरचित