Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Feb 2021 · 1 min read

बसंत पंचमी

बीत गया अब पतझड़
हरियाली दे रही अब दस्तक
हरियाली का होगा अब सरोकार
आया बसंत पंचमी का त्योहार ।।

बसंत में धरती ओढ़ लेती है
नए नए रंगीले लिबास
प्रकृति में भी आता नव यौवन
देखकर होता ये आभास ।।

बगीचों में बहार
फिर लौट आईं
सफेद गुलाबी पीले
रंग बिरंगे फूलों की सजावट
भवरों को पसंद आईं।।

सरसों के खेतों में
पीले फूल खिल गए
लग रहा मानो ईश्वर खुद
सोने की चादर बिछा गए ।।

गेहूँ की बालियाँ भी
अब खिलने लगेगी
आमों के पेड़ों पर
अब मांजर आ जाएगी ।।

हर तरफ़ रंग-बिरंगी
तितलियाँ मंडराएंगी
होगी सिर्फ हरियाली
ऐसी बसंत ऋतु आएगी ।।

आओ स्वागत करें हम
बसंत के आगमन का
मिलकर सब प्राणी
आज बसंत पंचमी मनाएं ।।

पीली सरसों का आज
हम सब करें अनुसरण
पीले वस्त्र धारण कर
मां सरस्वती का करें वंदन।।

Language: Hindi
5 Likes · 3 Comments · 383 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
View all
You may also like:
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Surya Barman
मर्यादा   की   तोड़ते ,
मर्यादा की तोड़ते ,
sushil sarna
मुक्तक... छंद मनमोहन
मुक्तक... छंद मनमोहन
डॉ.सीमा अग्रवाल
धन्यवाद के शब्द कहूँ ये कम है।
धन्यवाद के शब्द कहूँ ये कम है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
अतिथि
अतिथि
surenderpal vaidya
मैया तेरा लाडला ये हमको सताता है
मैया तेरा लाडला ये हमको सताता है
कृष्णकांत गुर्जर
ना मंजिल की कमी होती है और ना जिन्दगी छोटी होती है
ना मंजिल की कमी होती है और ना जिन्दगी छोटी होती है
शेखर सिंह
समाज और सोच
समाज और सोच
Adha Deshwal
या इलाही फ़ैसला कर दे….
या इलाही फ़ैसला कर दे….
parvez khan
"आज का दुर्योधन "
DrLakshman Jha Parimal
* फ़लक से उतरी नूर मेरी महबूब *
* फ़लक से उतरी नूर मेरी महबूब *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रेम अटूट है
प्रेम अटूट है
Dr. Kishan tandon kranti
घर पर घर
घर पर घर
Surinder blackpen
आप तनाव में तनिक मत रहो,
आप तनाव में तनिक मत रहो,
Ajit Kumar "Karn"
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
गये ज़माने की यादें
गये ज़माने की यादें
Shaily
मुझे कुछ देर सोने दो
मुझे कुछ देर सोने दो
हिमांशु Kulshrestha
24/243. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/243. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
एक दिन हम भी चुप्पियों को ओढ़कर चले जाएँगे,
एक दिन हम भी चुप्पियों को ओढ़कर चले जाएँगे,
पूर्वार्थ
दिलों का हाल तु खूब समझता है
दिलों का हाल तु खूब समझता है
नूरफातिमा खातून नूरी
सत्य तो सीधा है, सरल है
सत्य तो सीधा है, सरल है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
कामयाबी का
कामयाबी का
Dr fauzia Naseem shad
स्वयं पर नियंत्रण रखना
स्वयं पर नियंत्रण रखना
Sonam Puneet Dubey
बाबा मुझे पढ़ने दो ना।
बाबा मुझे पढ़ने दो ना।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
पीकर चलना  नारियल , करना तू प्रयास ।
पीकर चलना नारियल , करना तू प्रयास ।
Neelofar Khan
कोई नाराज़गी है तो बयाँ कीजिये हुजूर,
कोई नाराज़गी है तो बयाँ कीजिये हुजूर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कविवर शिव कुमार चंदन
कविवर शिव कुमार चंदन
Ravi Prakash
प्रेम मे सबसे  खूबसूरत  चीज होती है कोशिश...थोड़ी और कोशिश ह
प्रेम मे सबसे खूबसूरत चीज होती है कोशिश...थोड़ी और कोशिश ह
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
#आत्मीय_मंगलकामनाएं
#आत्मीय_मंगलकामनाएं
*प्रणय प्रभात*
Loading...