बसंत पंचमी
1
खेतों में सरसों खिली, खुशबू भरी बयार
चारों ओर बसंत की,छाई हुई बहार
2
देना वर माँ शारदे, खुशियाँ मिलें अनन्त
जीवन में खिलता रहे, सबके सदा बसंत
3
पहन धरा ने भी लिये, बासन्ती परिधान
और पतंगों से बढ़ी, आसमान की शान
4
हुआ मात का अवतरण, बसंत पंचमी पर्व
अपनी संस्कृति पर हमें, सदा रहा है गर्व
5
पीले पीले हैं वसन, पीला भोग प्रसाद
करें मात की ‘अर्चना’, दिल अपना आह्लाद
6
लिया मात ने अवतरण, पावन ये त्योहार
बसंत पंचमी पर करे, धरा पीत शृंगार
30-01-2020
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद