बलिया
बाग़ियों की सर ज़मीन,
सौ बार तेरा शुक्रिया..
सुर्खरू हैं हम की हमने,
जन्म बलियाँ में लिया..
सौ बार तेरा शुक्रिया..
सौ बार तेरा शुक्रिया..
था यही का बागी मंगल,
चित्तू पांडे शान थे।
ये हमारे ही नही,
इस देश की भी आन थे।
ऐसी मुबारक सर जमीन,
का और क्या रुतबा हुआ।
आज़ाद ये इस मुल्क का,
सबसे पहला जिला हुआ..
इस जमीन ने उगले कितने,
लाल और गौहर यहाँ..
सुर्खरू हैं हम की हमने,
जन्म बालियां में लिया..
सौ बार तेरा शुक्रिया..
सौ बार तेरा शुक्रिया..