बलिदान
मातृ भूमि के वास्ते , हो जाऊँ कुर्बान।
कफन तिरंगा से बने, इतनी-सी अरमान।।
जो करते हैं देश हित, सुख सुविधा बलिदान।
ऐसे वीर जवान से, भारत बना महान।।
हर कठिनाई रौंद कर,रखें देश की शान।
धर्म न्याय औ” देश हित,हो जाते बलिदान।।
साहस निष्ठा वीरता,वीरों की पहचान।
मातृभूमि के वास्ते, हो जाते बलिदान।।
माँ ममता औ” जान जो, दोनों करते कुर्बान।
ऐसे वीर जवान से, बनता देश महान।।
राजगुरु सुुखदेव भगत,तीनों वीर महान।
हँस-हँस कर फाँसी चढ़े,देशभक्त बलिदान।।
रक्त कणों से लिख दिया, मेरा देश महान।
भूले से भूले नहीं,हम उनका बलिदान।।
कतरा-कतरा खून का,कर देतें बलिदान।
भरा हुआ है देश में, ऐसे वीर जवान।।
व्यर्थ नहीं जाता कभी,वीरों का बलिदान।
करता है इतिहास युग,सदा इन्हें सम्मान।।
-लक्ष्मी सिंह