बरसात
बहुत दिनों के बाद
भीषण गर्मी के बाद
ली मौसम ने अंगड़ाई है
आज बरसात आई है
नगाड़े ढोल बजाए हैं
नई उम्मीदें लाए हैं
उमंगे मन उठ आई है
आज बरसात आई है
बड़ी शीतलता लाई है
पेड़ पौधे धुल जाएंगे
सोए अंकुर जग जाएंगे
मेंढक गीत गाएंगे
मोर भी नृत्य दिखाएंगे
नदी नाले भर जाएंगे
सभी का मन हर्षाएगा
सावन फिर से आएगा
झूले साथ लाएगा
श्रावणी गीत गाएंगे
तीज त्यौहार मनाएंगे
रक्षाबंधन आएगा
नया उल्लास जगाएगा
भादों भी आएगा
कृष्ण जन्माष्टमी लाएगा
झांकियां फिर सज जाएंगी
मटकियां फिर उकसाएंगी
जगत त्योहार मनाएगा
नवल रस से भर जाएगा ।