बरसात का मौसम सुहाना,
बरसात का मौसम सुहाना,
दिल ढूढ़ता है तुमसे मिलने का कोई बहाना,
सावन कें इस रंगीन महीने में हो जाता है
मिजाज भी थोड़ा आशिकाना,
बारिश में सड़क कें किनारे
चलते-चलते टकराये जो तेरा मेरा हाथ,,
दोहराये वो ही मोहब्बत का किस्सा पुराना🌧️😘✍🏻