*बन्नो की सगाई*
🌹शुरू हुआ नया सफर,
प्रवेश हुआ नया हमसफ़र
आज हैं मेरी बन्नो की सगाई।।
अजी ले आयो ढोल, नाचे गाए धूम मचाएँ।।
कर ले बन्नो थोड़ा शृंगार,
माथे पर बिंदिया, होंठों पर लाली
हाथों में चूड़ी, पैरों में पायल
करलो बिटिया सोलह शृंगार।।
आज हैं मेरी बन्नो की सगाई
सब जगह छाई ख़ुशियों की बहार।।
अँगूठी बदल , प्यार हुआ और भी पक्का
आज हैं मेरी बन्नो की सगाई।।
अजी ले आयो ढोल, नाचे गाए धूम मचाएँ।।
पकवान बनाओ, मीठा खिलाओ
हर रिश्ते को दिल से निभाओ।।
आज हैं मेरी बन्नो की सगाई।।
अजी ले आयो ढोल, नाचे गाए धूम मचाएँ।।🌹
रचनाकार – 😇डा. वैशाली ✍🏻