बनो सहारा
जीवन सुगम
बन गया
जब मिला
आसरा ईश का
बनो सहारा
जरूरमंदों के
साथ उन्हें
पाओगे
मिलेंगी दुआएं
हर कदम
जीवन सफल
पाओगे
देते हैं
माता-पिता
बच्चों को
खुशी खुशी
सहारा
ढूंढते हैं वही
माता-पिता
बुढ़ापे में
अपनों से
आसरा
बस रखो भरोसा
ईश्वर पर
वहीं है सहारा
हम सब के
हर मुश्किल
हर संकट में
कब कहाँ
थाम हाथ
दे देते आसरा
जानता नहीँ
कोई
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल