बना ले तू मधुर संबंध
बना ले तू मधुर संबंध ,
छोड़ मोह माया बंधन ।
जगा ले सोई चेतना ,
कर ले अब ईश वंदन ।।
सुख नाता तोड़ गया,
प्रेम का पड़ा अकाल ।
मतलब की दुनिया में,
देखो मचा है बवाल ।।
घर में नही अब वृद्ध,
किस्से सुनाए कौन।
बच्चे दुलार को तरसते,
संस्कार हुए मौन ।।
जल रहे ईर्ष्या से,
करते नही परिश्रम ।
बैठे भाग्य भरोसे,
कोस रहे है कर्म ।।
सांसों का आना जाना,
इतना ही हैं जीवन,
बना ले मधुर संबंध,
सब होगा पावन ।।
।।जेपीएल।।