बना चाँद का उड़न खटोला
बना चाँद का उड़न खटोला
मैं आसमान जाऊँगी,
खेल खेलुँगी लुक्का-छुप्पी
तारे तोड़ कर लाऊँगी।
परियों संग चांद से उड़कर
इक खास जगह मैं पहुँची,
चॉकलेटी दुनिया थी वहाँ
हर इमारतें थी ऊँची।
वहाँ जाके चॉकलेट जुड़े
सब राज जान जाऊँगी,
बना चाँद का उड़न खटोला
मैं आसमान जाऊँगी।
मार्शमैलो के लंबे पेड़
यम्मी चॉकलेटी बेर,
वहाँ पर आइसक्रीम के तो
लगे बड़े-बड़े से ढेर।
वहाँ पर बस जाने के लिए
हर बात मान जाऊँगी
बना चाँद का उड़न खटोला
मैं आसमान जाऊँगी।
तभी अचानक इक आहट से
झट नींद मेरी खुल गई,
सपना सच न होता देखकर
मैं बहुत ही उदास हुई।
सपने सब सच होंगे मेरे,
मैं अगर ठान जाऊँगी,
बना चाँद का उड़न खटोला
मैं आसमान जाऊँगी।
बना चाँद का उड़न खटोला
मैं आसमान जाऊँगी,
खेल खेलुँगी लुक्का-छुप्पी
तारे तोड़ कर लाऊँगी।
वेधा सिंह
पांच वीं कक्षा