बनावटी दुनिया मोबाईल की”
बनावटी दुनिया मोबाईल की”
जहां भी देखें दिखता यह छोटा खिलौना
सारी दुनिया आज दीवानी है मोबाईल की
अरे तुम्हारे समझ में क्यों नहीं आता ये सब
दुनिया बहुत बनावटी है इस मोबाईल की,
वास्तविकता से परे भगाता है ये हम सबको
मीनू की समझ से परे हकीकत मोबाईल की
सुबह, शाम, रात हो चाहे हो तपती दुपहरी
क्यों सुकून देती है हमें संगत मोबाईल की,
मानती हूं मैं देश विदेश का ज्ञान हमें कराता
तभी बढ़ रही है आज निर्भरता मोबाईल की
हर जगह की स्थिति जान सकते हम इससे
अजब गजब कहानी है इस नन्हे मोबाईल की।