बद्दुआ
तू कुछ ना बोल अब,
तेरी हर बात दिल को चुभती है।
दिखा दी अपनी जात,
हर मुलाकात दिल को चुभती है।
पत्थर दिल हरजाई बनी तू
अपनी हुई मात दिल को चुभती है।
खुदा करे तू सुकून ना पाए कभी,
तेरी वारदात दिल को चुभती है।
तू कुछ ना बोल अब,
तेरी हर बात दिल को चुभती है।
दिखा दी अपनी जात,
हर मुलाकात दिल को चुभती है।
पत्थर दिल हरजाई बनी तू
अपनी हुई मात दिल को चुभती है।
खुदा करे तू सुकून ना पाए कभी,
तेरी वारदात दिल को चुभती है।