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19 Jul 2020 · 1 min read

बदल गया संसार

********** बदल गया संसार ***********
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राहें बदली, सोच बदली ,बदल गया सभ्याचार
अंबर में काली बदली बदली,बदल गया संसार

दुनियादारी के कायदे , रंग , ढंग बदल गए
शुरुआतें बदली,बातें बदली,बदल गया सत्कार

संस्कृति की आधारभूत संरचना बदल गई
नियम बदले,वृति है बदली,बदल गया संस्कार

काम काज के सांचे और ढांचे भी बदल गए
श्रम बदला,तिजारत बदली,बदल गया व्यापार

रहन-सहन के सारे तौर तरीके भी बदल गए
पानी बदले, वाणी बदली,बदल गया शिष्टाचार

रिश्ते – नाते , परस्पर संबंध परिभाषा बदली
बोली बदली ,भाषा बदली ,बदल गया आधार

प्रेम संबंधों के सार, सुर तान भी बदल गए
प्रेमी हैं बदले,आशिकी बदली,बदल गया प्यार

रिश्तों में ठहराव बदल कर हैं टकराव हो गए
प्रौढ़ बदले ,पीढ़ी भी बदली, बदल गए यार

दरख्तोंं की सघनी ठंडी छांव भी है बदल गई
कूएं बदले, चौपालें बदली,बदल गया आचार

अमूनन के यहाँ पर हाव -भाव,ढाल बदल गए
स्वप्न बदले,पहचान बदली,बदल गया व्यवहार

आवाभगत और कथोपकथन भी हैं बदल गए
रीति बदली,नीति भी बदली,बदल गया आहार

सुखविंद्र यह सब देख कर दंग सा है रह गया
भक्ति बदली,दृष्टि भी बदली,बदल गया गंवार
**********************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

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