बदलती स्याही
-बदलती स्याही
सुना है स्याही का जीवन अरबों खरबों पुराना है
स्याही से रचे गए वेद पुराण यह हमने जाना है,
कला कृतियां कलाकारी स्याही से ही पहचाना है
पृष्ठों पर उतरी स्याही यही बात तो सबने माना है,
कलम स्याही से सम्भवतः उच्चतम पद को पाना है।
माना पुराना, स्याही का सफर पर था नहीं आसान
आवश्यकता आविष्कार से बढ़ गई स्याही की शान
वृक्षों से बनी स्याही अब रसायन से निर्मित विद्यमान
पत्र-पत्रिकाओं में उतर बढ़ा देती जन जन का ज्ञान
विज्ञापन सामाजिक राजनीतिक में लगाएं यह निशान।
पढ़-लिख बने चिकित्सक कर रहे बिमारी का निदान
स्याही संग शिक्षक भावी जीवन को बनाए विद्वान ,
स्याही से ही जगत में हो रहे समस्या का समाधान,
उच्च शिखर पर पहुंचे मानव जाति बढ़े उनकी शान,
बदल रही समय समय पर स्याही होए काम आसान।
-सीमा गुप्ता अलवर
राजस्थान