बदलता वक़्त
बदलते वक्त का शेर है कि,
अच्छा या बुरा वक्त आता है बदल जाने के लिए
इंसान को इंसानी फितरत याद दिलाने के लिये।
वक़्त आता है अपनी एहमियत बताने के लिये,
जो खुदा हो गये हैं उन्हें इंसान बनाने के लिये।
वक़्त वक़्त पर नहीं आता नज़ाकत ही ऐसी है,
मगर वक़्त लौटता है हारे हुए को जिताने के लिये।
“अभिनव”