बदलता मौसम
सर्दी गई
गर्मी आई।
रातें छोटी
दिन बड़ी हुई।
रिजाई बांधी
पंखा चली।
धूप कड़ी
छांव भली ।
सुबह की अब
स्कूल हुई ।
मलय पवन
खूब चली ।
जरूरी अब
टहलना हुई ।
खाना काम
पीना( पानी) अधिक हुई ।
घर बंद
बाहर लू चली ।
दिन में सोना
अधिक हुई ।
रात में देर तक
जागना अधिक हुई ।
पसीना बहाना शुरू हुई
कपड़े कम पहनना हुई ।
सर्दी गई💥💥💥💥
गर्मी आई ।
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मौलिक रचना घनश्याम पोद्दार💥💥💥💥💥💥
मुंगेर