बता ऐ पुरूष
बता ऐ पुरूष ……
तेरी दृष्टि में….मैं हूं कौन?
ममता हूँ… माया हूँ
हमकदम हूँ ….तेरा साया हूँ
या तेरी दृष्टि में ….
केवल इक नारी काया हूँ
बता ऐ पुरूष …….
तेरी दृष्टि में …. मैं हूँ कौन?
सृष्टि हूँ …. शक्ति हूँ
करुणा हूँ ….. भक्ति हूँ
या तेरे लिए ……..
केवल तृष्णा हूँ ,आसक्ति हूँ
बता ऐ पुरूष …….
तेरी दृष्टि में ….. मैं हूँ कौन?
सम्मान की प्यासी हूँ
समानता की अभिलाषी हूँ
या फिर तेरे ……….
जीवन में छाई उदासी हूँ
आखिर बता तो सही
तेरी दृष्टि में …. मैं हूँ कौन ????????
दीपाली कालरा