Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jun 2024 · 1 min read

“बड़े-बड़े डेम, बिल्डिंग, पाइप-लाइन लीक हो जाते हैं। पेपर लीक

“बड़े-बड़े डेम, बिल्डिंग, पाइप-लाइन लीक हो जाते हैं। पेपर लीक हो गया तो क्या ग़ज़ब हो गया बे…?
(जननेता निरक्षर दास कहिन)

🙅प्रणय प्रभात🙅

1 Like · 91 Views

You may also like these posts

चिर मिलन
चिर मिलन
Deepesh Dwivedi
👌कही/अनकही👌
👌कही/अनकही👌
*प्रणय*
. *विरोध*
. *विरोध*
Rashmi Sanjay
जा रहा है
जा रहा है
Mahendra Narayan
"अधूरा प्यार"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़माने वाले जिसे शतरंज की चाल कहते हैं
ज़माने वाले जिसे शतरंज की चाल कहते हैं
Mahesh Tiwari 'Ayan'
छूट रहा है।
छूट रहा है।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
पाकर तुझको हम जिन्दगी का हर गम भुला बैठे है।
पाकर तुझको हम जिन्दगी का हर गम भुला बैठे है।
Taj Mohammad
4758.*पूर्णिका*
4758.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*एक-एक कर जब दोषों से, खुद को दूर हटाएगा (हिंदी गजल)*
*एक-एक कर जब दोषों से, खुद को दूर हटाएगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
हालातों से युद्ध हो हुआ।
हालातों से युद्ध हो हुआ।
Kuldeep mishra (KD)
उलझन से जुझनें की शक्ति रखें
उलझन से जुझनें की शक्ति रखें
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
“तुम हो तो सब कुछ है”
“तुम हो तो सब कुछ है”
DrLakshman Jha Parimal
दिल की बात को जुबान पर लाने से डरते हैं
दिल की बात को जुबान पर लाने से डरते हैं
Jyoti Roshni
अर्कान - फाइलातुन फ़इलातुन फैलुन / फ़अलुन बह्र - रमल मुसद्दस मख़्बून महज़ूफ़ो मक़़्तअ
अर्कान - फाइलातुन फ़इलातुन फैलुन / फ़अलुन बह्र - रमल मुसद्दस मख़्बून महज़ूफ़ो मक़़्तअ
Neelam Sharma
धरती मां का हम पर कितना कर्ज है।
धरती मां का हम पर कितना कर्ज है।
श्रीकृष्ण शुक्ल
(गीता जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में) वेदों,उपनिषदों और श्रीमद्भगवद्गीता में 'ओम्' की अवधारणा (On the occasion of Geeta Jayanti Mahotsav) Concept of 'Om' in Vedas, Upanishads and Srimad Bhagavad Gita)
(गीता जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में) वेदों,उपनिषदों और श्रीमद्भगवद्गीता में 'ओम्' की अवधारणा (On the occasion of Geeta Jayanti Mahotsav) Concept of 'Om' in Vedas, Upanishads and Srimad Bhagavad Gita)
Acharya Shilak Ram
कैसे भूल जाऊँ
कैसे भूल जाऊँ
हिमांशु Kulshrestha
आज फिर खिड़की पर बारिश हो रही है।
आज फिर खिड़की पर बारिश हो रही है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
बात मेरी होगी,कल
बात मेरी होगी,कल
Nitu Sah
खुदा ने तुम्हारी तकदीर बड़ी खूबसूरती से लिखी है,
खुदा ने तुम्हारी तकदीर बड़ी खूबसूरती से लिखी है,
Chaahat
- तुम मेरे दिल के हरदम पास हो -
- तुम मेरे दिल के हरदम पास हो -
bharat gehlot
तुम अपने माता से,
तुम अपने माता से,
Bindesh kumar jha
दगा और बफा़
दगा और बफा़
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
##श्रम ही जीवन है ##
##श्रम ही जीवन है ##
Anamika Tiwari 'annpurna '
कच्चे मकानों में अब भी बसती है सुकून-ए-ज़िंदगी,
कच्चे मकानों में अब भी बसती है सुकून-ए-ज़िंदगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ताश के महल अब हम बनाते नहीं
ताश के महल अब हम बनाते नहीं
इंजी. संजय श्रीवास्तव
मित्र भेस में आजकल,
मित्र भेस में आजकल,
sushil sarna
संघर्ष का अर्थ ये नही है कि
संघर्ष का अर्थ ये नही है कि
P S Dhami
मजबूत इरादे मुश्किल चुनौतियों से भी जीत जाते हैं।।
मजबूत इरादे मुश्किल चुनौतियों से भी जीत जाते हैं।।
Lokesh Sharma
Loading...