बड़े दिनों के बाद मिले हो
बड़े दिनों के बाद मिले हैं
**बड़े दिनों के बाद मिले हो,
इतने क्यूं बिखरे बिखरे हो?
साहिल की भीगी रेत पे तुम
नाम किसका लिखते रहते हो?
कितने खुदा बदले हैं तूने
खुदा से क्यों खफा रहते हो??
हाथ ऊपर उठा उठा कर
आखिर क्या मा़गते रहते हो??
वक्त भर चला जो जख्म
क्यों तुम कुरेदते रहते हो??
सर्द हवा के झोंको में भी
कैसे तुम तपते रहते हो??
भूल गये है बहुत कुछ हम
जाने तुम क्यों याद रहते हो??
सुरिंदर कौर