बड़े अगर कोई बात कहें तो उसे
बड़े अगर कोई बात कहें तो उसे
मान लेना चाहिए
बड़ों को भी छोटों की बात पर
गोर कर लेना चाहिए
न जानें वक्त के साथ कौन सही हो
माने ना माने कोई पर
अपना मत तो रखना ही लेना चाहिए
बड़ों की बात कसौटी पर कसी है
छोटों को परिवर्तन की प्यास रही है
समय की माँग को और
सफेदी की आब को
दोनों को ही समझ लेना चाहिए
जो चला है समंदर साथ लेकर
उसे बून्द के वजूद से जुड़े खुद के वजूद का भी
अहसास कर लेना चाहिए ।
#भवानी सिंह “भूधर”
बड़नगर, जयपुर