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18 Aug 2024 · 1 min read

बड़ी हसीन रात थी बड़े हसीन लोग थे।

बड़ी हसीन रात थी बड़े हसीन लोग थे।
चमक रही थी चाँदनी ग्रहों के भी सुयोग थे।।
नजर जिसे थी ढूँढ़ती वही नहीं दिखा मुझे,
खबर छपी सुबह ये कायनात के प्रयोग थे।।

— ननकी 18/08/2024

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