देर आए दुरुस्त आए…
सारी जिंदगी गुजर गई ,बड़ी देर बाद ख्याल आया ,
आशा पारेख जी के योगदान का यह सिला सामने आया ।
दिया अब जाकर इतना बड़ा सम्मान इनको ,
अब तक तो सब सो रहे थे ।
बड़ी नींद से जाग कर उनके हुनर ,उनकी मेहनत का ,
ख्याल सरकार को आया ।
सारी जिंदगी गुजर गई ,बड़ी देर बाद ख्याल आया ,
आशा पारेख जी के योगदान का यह सिला सामने आया ।
दिया अब जाकर इतना बड़ा सम्मान इनको ,
अब तक तो सब सो रहे थे ।
बड़ी नींद से जाग कर उनके हुनर ,उनकी मेहनत का ,
ख्याल सरकार को आया ।