बड़ी ठोकरो के बाद संभले हैं साहिब
बड़ी ठोकरो के बाद संभले हैं साहिब
अब गिरना मुमकिन नहीं हैं,
जो भी होता हैं अच्छे के लिए होता हैं
अब दिल में बस यहीं यकीन हैं।
Jay-prakash dewangan
बड़ी ठोकरो के बाद संभले हैं साहिब
अब गिरना मुमकिन नहीं हैं,
जो भी होता हैं अच्छे के लिए होता हैं
अब दिल में बस यहीं यकीन हैं।
Jay-prakash dewangan