बड़ा भोला बड़ा सज्जन हूँ दीवाना मगर ऐसा बड़ा भोला बड़ा सज्जन हूँ दीवाना मगर ऐसा ग़मों को चीरकर मैं छीन हर मुस्क़ान लेता हूँ/6 आर.एस.’प्रीतम’