– बड़ा भाई –
-बड़ा भाई –
छत है घर की,
छोटा सा आसमा,
मेरा अभिमान ,
मेरा स्वाभिमान,
मेरे अच्छे कर्मों का है प्रतिमान,
मेरी आन , बान और शान,
मेरी इस कविता में मिले जिसे उचित सम्मान,
कलम इस कविता में करती है जिसका गुणगान,
वो पिता तुल्य मेरा बड़ा भाई है महान,
कहता भरत आप सभी से मित्रो,
गहलोत बड़े भाई को सदा ही पूज्य और पूजनीय मान,
✍️✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क सूत्र -7742016184 –