बच्चों को पहले ये सिखाइए
बच्चों को पहले ये सिखाइए
बच्चों को पहले ~ सूजी, मैदा और
आटे में भेद करना सिखाइये.
मूंग, मसूर, उड़द, चना और
अरहर पहचानना सिखाइये.
मख्खन, घी, पनीर और चीज़ के बीच
अंतर और उन्हें बनाने की
जानकारी सिखाइये.
सोंठ और अदरक, अंगूर और किशमिश
खजूर और छुहारे के बीच का
अंतर सिखाइये.
दालचीनी, कोकम, राई, सरसों,
जीरा और सौंफ पहचानना सिखाइये.
आलू, अदरक, हल्दी, प्याज और
लहसुन के पौधे दिखाइये.
मेथी, पालक, चौलाई, बथुआ,
सरसों, लाल भाजी में फर्क सिखाइये.
फलों से लदे पेड़ों, फूलों की
बगिया दिखाइए.
गाय, बैल, साँड का फर्क सिखाओ,
गधे, घोड़े और ख़च्चर में अंतर समझाओ.
उन्हें दिखाएं कि ~ गाय, भैंस और
बकरी से …. दूध कैसे दुहा जाता है.
बच्चों को कीचड़ और मिट्टी में
उलट-पुलट होना सिखाइये,
बरसात में भीगना और गर्मियों में
पसीने से तरबतर होना सिखाइये.
पहले बच्चों को बुजुर्गों के पास जाना,
उनसे बातें करना, उनके साथ खेलना
और मस्ती करना सिखाइये.
बड़ों से तमीज़ से बात करना और
घर के काम-धाम में माँ-पिता का
सहयोग करना सिखाइये.
इन सब के बगैर आप बच्चों को
कोडिंग सिखाना चाह रहे हैं, तो
आपका बच्चा समस्याओं का
ATM बनेगा.
व्हाइटहैट जूनियर की जल्दी क्या है ?
कोडिंग भी सीख लेंगे,
पहले डिकोडिंग तो कर लें,
अपने आस-पास की.
बचपन को ज़िंदा रखें, मरने न दें.
दीपाली कालरा