बच्चों की दिपावली
झिलमिल-झिलमिल तारे,
आसमान से उतरे छत,
छोटे दीपक बन कर,
सजे हुए है हर घर,
मनाओ बच्चों दिपावली का पर्व।
मिठाई की थाल,
सजी हुई है खाने को,
आशीर्वाद लेकर बड़े बुजुर्गों का,
खुशियों से बांटो मिष्ठान,
मनाओ बच्चों दिपावली का पर्व।
आओ आओ सब इकट्ठे हो जाओ,
नए कपड़े पहन कर परिवार,
सावधानी से आतिशबाजी करो,
खूब मचाओ धमाल,
मनाओ बच्चों दिपावली का पर्व।
रचनाकार-
बुद्ध प्रकाश
मौदहा
हमीरपुर।