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29 Nov 2017 · 1 min read

बच्चे

बलवान असद से दिखते है
पर बच्चे नादान नहीं है

नये -नये कौतुक वे करते
माँ से यह अनजान नही है

अब्द हो गये मोबाइल के
अक्षर का भी ज्ञान नहीं है

हिंसक हो गये है बच्चे अब
मर्यादा का मान नहीं है

गुल्ली डन्डा नहीं खेलते
खोया क्या ईमान नहीं है

अपनी -अपनी लगा रहे है
समझाना आसान नही है

लायक बन जाए पढ़ लिख
मात पिता अरमान नहीं है

असद —-शिंह
अब्द —- गुलाम

Language: Hindi
73 Likes · 497 Views
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