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18 Sep 2023 · 1 min read

बच्चे पढ़े-लिखे आज के , माँग रहे रोजगार ।

बच्चे पढ़े-लिखे आज के , माँग रहे रोजगार ।
लाख खर्चे ट्रेनिंग पर , फिर बैठेंगे बेकार ।

मौज उड़ाते सड़कों पर, बोले हे बेरोजगार ।
सपने बुनते वह स्वर्ग के, नोकरी दे सरकार।।

नोकर बनने की होड़ मे, रोड पे लगाते नारे ।
नेता सभी इस धन्धे में, तिजोरी भरते सारे।।

लीलाधर चौबिसा (अनिल)
चित्तौड़गढ़ 9829246588

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