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22 Feb 2024 · 1 min read

बचपन

हकीकत से रूबरू हो आए
अब यादों के सहारे जिंदगी ।
मुड़कर भी आना चाहूं तो
समेत ना पाऊंगा जिंदगी ।।1।।

सारी खट्टे मीठे अनुभव
समेट आयी मेरी जिंदगी ।
कागज के छोटे टुकड़ों पर
कहानी लिख आयी जिंदगी ।।2।।

सफर छोटा तेरा मेरा
अब चलचित्रों ने घेरा ।
बूढ़ी आंखें मूंद रही है
बचपन का अपना वो डेरा।।3।।

काश लौट आये फिर से
जिंदगी का सुनहरा पहरा ।
जिसमें जीना जीना था
मिट्टी था सोने का गहना।।4।।

कुछ बचपन की यादें
कुछ बचपन के क्षण ।
मस्तिष्क पर अचानक से
उमड़ पड़ता सारा बचपन ।।5।।

4 Likes · 99 Views
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