बचपन
बचपन कुदरत का उपहार,
मिलता सबसे अतुलित प्यार।
बचपन एक महकता उपवन,
निर्मल, निश्छल रहता है मन।
बचपन एक सुहाना सपना,
कोई दुश्मन न होता अपना।
बचपन एक मधुर संगीत,
आंसू से जहाँ मिलती जीत।
बचपन एक अनोखी कहानी,
जिसमें परियाँ, राजा-रानी।
बचपन के प्यारे -प्यारे मीत,
तितली, फूल, भंवरों के गीत।
बचपन जीवन का है द्वार,
मासूमियत से होता पार।
बचपन इक अनोखा संसार,
जहाँ प्यार है केवल प्यार।
—प्रतिभा आर्य
अलवर (राजस्थान)