बचपन से जिनकी आवाज सुनकर बड़े हुए
बचपन से जिनकी आवाज सुनकर बड़े हुए
दिल को भाती थी वो आवाज़ रूहानी ।
यकीन ही नहीं होता ,मगर यह सच है ,
हमसे सदा के लिए अलविदा कह गए अमीन सयानी ।
बचपन से जिनकी आवाज सुनकर बड़े हुए
दिल को भाती थी वो आवाज़ रूहानी ।
यकीन ही नहीं होता ,मगर यह सच है ,
हमसे सदा के लिए अलविदा कह गए अमीन सयानी ।